अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा में एकीकरण एवं संवैधानिक चुनाव हेतु online meeting आज दिनांक 16 मई 2021 को सफल रहा

🙏 *हमे अगाध खुशी मिली कि आज *डेलिगेट एकीकरण टीम* के माननीय सदस्य इस मीटिंग में भाग लेकर अपने अपने सुविचार रखे और प्रश्नकाल का एक लंबा और सार्थक सेशन चला।
ऐसा लग रहा था कि महासभा के प्रति एक सकारात्मक और आंतरिक दिली भावना के साथ सदस्यों द्वारा आपस मे बातों का आदान प्रदान किया गया। करीब करीब सभी के प्रश्नों का संतोषजनक जवाब भी अलग अलग माननीय सदस्यों द्वारा दिया गया। काफी लोगो को आत्म संतुष्टि भी मिली।जो कि उनके चेहरे पर झलक भी रहा था। बहुत से सदस्यों की पुरानी शंकाओं का भी समाधान हुआ। सत्यता का बोध हुआ और एक दूसरे के प्रति विश्वास जगा भी और बढा भी । जो कि आनेवाले समय मे इस टीम के उद्देश्य की पूर्ति और महासभा के पुनर्गठन के लिए रामबाण की तरह काम करेगा।
श्री प्रमोद जी ने मीटिंग का संचालन और समापन बहुत अच्छी तरह किया।इसलिए वे बधाई के पात्र है।उनसे निवेदन है कि आज की वर्चुअल मीटिंग की summary बनाकर ग्रुप में प्रेषित की जाय।
साथ साथ ग्रुप में इस मीटिंग की एक समीक्षा भी की जाय, जिस से आज की मीटिंग में अनुपश्थित सदस्यों को भी जानकारी मिल सके एवं अगली मीटिंग में join करने की अभिरुचि जगे और उनका मनोबल भी बढ़ सके।
अंत मे सभी माननीय सदस्यो के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि भविष्य में भी हमलोग इसी इच्छा शक्ति और जोश के साथ महासभा को संवैधानिक संकट से उबारने का अथक प्रयास तब तक करते रहेंगे जब तक कि हमें कामयाबी न मिल जाय।

🙏जय हिंद।जय जरासंध।🙏*

धन्यबाद।

आपका हमसफर
जयंत कु सिंह
(भूतपूर्व वायु सैनिक)
खगड़िया, बिहार
कांटेक्ट न0 7990665744
व्हाट्सअप न0 9374118444

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मगध सम्राट जरासंध जी के संदर्भ में भारत सरकार के अटॉर्नी जनरल के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में गलत टिप्पणी करना निंदनीय है! संपूर्ण भारतवर्ष के चंद्रवंशी समाज इसका घोर निंदा करते हैं और भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और कानून मंत्री से यह मांग करते हैं कि देश के करोड़ों चंद्रवंशीओ के भावना को कद्र करते हुए सम्राट जरासंध के संदर्भ में किए गए गलत टिप्पणी को अटॉर्नी जनरल वापस ले नहीं तो इनके विरोध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए !इन्हें बर्खास्त किया जाए !सम्राट जरासंध जाली नोट और भ्रष्टाचार के प्रतीक नहीं थे ! सम्राट जरासंध मजबूत इरादे वाले अपने वचन के पक्के महान शिव भक्त थे ! जो भी मानव के रूप में जन्म लिया है उससे एक दिन मरना होगा! पर सम्राट जरासंध इतने सौभाग्यशाली थे कि भगवान श्री कृष्ण के युक्ति से उनको मुक्ति मिली!